पटना के राजेंद्र नगर स्थित साइंस सेंटर गोलंबर के पास शनिवार सुबह एक अनोखा दृश्य देखने को मिला। रोज़ की तरह जब सैकड़ों अभ्यर्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए जुटे थे, तभी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अचानक उनके बीच पहुंच गए। तेजस्वी के पहुंचते ही विद्यार्थियों में उत्साह फैल गया, उन्होंने जोरदार स्वागत किया और बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ।
तेजस्वी यादव ने छात्रों से उनके हालात, तैयारी के माहौल और सरकार की नीतियों को लेकर उनकी राय जानी। छात्रों ने खुलकर अपनी समस्याएं साझा कीं। सबसे बड़ी नाराजगी बार-बार होने वाली पेपर लीक की घटनाओं को लेकर थी। एक छात्र ने कहा, “हर दूसरे महीने किसी न किसी परीक्षा का पेपर लीक हो जाता है और सरकार सिर्फ बयान देती रह जाती है।” दूसरे छात्र ने जोड़ा, “हम महीनों मेहनत करते हैं, लेकिन कुछ लोगों की वजह से सिस्टम पर भरोसा उठता जा रहा है।”
छात्रों की बातें ध्यान से सुनने के बाद तेजस्वी यादव ने उन्हें भरोसा दिलाया कि बदलाव सिर्फ बातों से नहीं, ठोस कार्रवाई से आएगा। उन्होंने कहा, “जब हमारी सरकार बनेगी, तो सबसे पहले भर्ती प्रक्रिया को समयबद्ध और पारदर्शी बनाया जाएगा। पेपर लीक करने वालों के खिलाफ सख्त कानून लाया जाएगा और दोषियों को सीधे जेल भेजा जाएगा।”
तेजस्वी ने यह भी कहा कि युवाओं का गुस्सा जायज है और वे उनकी लड़ाई को सड़क से सदन तक उठाते रहेंगे। उन्होंने अभ्यर्थियों से हिम्मत न हारने की अपील करते हुए कहा, “मेहनत करते रहिए, बदलाव निश्चित है। युवाओं की आवाज़ अब अनसुनी नहीं की जा सकती।”
विद्यार्थियों से यह मुलाकात न केवल संवाद का माध्यम बनी, बल्कि बिहार के बेरोजगार युवाओं की उम्मीद को भी एक नई दिशा दे गई। तेजस्वी यादव ने जाते-जाते कहा — “सरकार बदलेगी, तो सबसे पहले आपकी तकदीर बदलेगी।”