पवन सिंह और ज्योति सिंह विवाद के बाद पहली बार पवन सिंह सामने आए हैं। पवन सिंह ने कहा है कि, 'फैमिली की जो भी बात होती है कमरे में होती है कैमरे पर नहीं।
मैं ये कहना चाहता हूं ज्योति जी ये अपनापन चुनाव से 6 या 4 महीने पहले क्यों नहीं दिखा। ये चुनाव से 1 महीने पहले ही क्यों दिखा। विधायक बनने के लिए आप कितना गिर सकती हो '
एक्टर ने कहा कि, मुझे गाड़ी में फोन आया कि घर पर ऐसे-ऐसे हो गया है। मैंने ज्योति का ड्रामा लाइव भी देखा। मैंने धनंजय से कहा कि देख लेना मैडम को कोई दिक्कत ना हो। मैं रातभर गाड़ी में सोता रहा। मैडम जब जाने लगीं तो धनंजय उन्हें छोड़ने गए।
जो लोग मजे ले रहे उनका नाम नहीं लूंगा। हमारा केस का मैटर तीन साल से चल रहा है। जितनी मेरी धज्जियां उड़नी थी उड़ गई।
पवन सिंह ने कहा कि, 'ज्योति जी के पिता जी रामबाबू लखनऊ आए। उन्होंने मुझसे कहा कि मेरी बेटी को विधायक बना दो उसके बाद छोड़ना है तो छोड़ देना। मैंने उन्हें मना कर दिया। मैंने कहा मैं ये नहीं कर सकता हूं।
ज्योति का नेचर जानता हूं। कानून सबके लिए बराबर है। बहुत लोगों के सपोर्ट से ऐसा किया जा रहा है।