NDA के अंदर सीट शेयरिंग को लेकर चिराग पासवान और जीतन राम मांझी के प्रेशर पॉलिटिक्स के बीच अहम सहयोगी दल लोजपा रामविलास ने गुरुवार को पटना में आपातकालीन बैठक बुलाई है.
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की ओर से बिहार के चुनाव प्रभारी अरुण भारती ने कल सुबह 10 बजे पटना के प्रदेश कार्यालय में आपातकालीन बैठक बुलाई. यह बैठक बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के संदर्भ में सीटों के बंटवारे और चिराग पासवान की राजनीति को लेकर अहम मानी जा रही है. इस बैठक के जरिये चिराग पासवान पार्टी के सदस्यों से सीट शेयरिंग समेत चुनाव के मुद्दों को लेकर बड़ी चर्चा करेंगे. एनडीए के अंदर सीट शेयरिंग से पहले चिराग पासवान की पार्टी की यह आपातकालीन बैठक काफी अहम मानी जा रही है. इस बैठक में हर विकल्प पर विचार किया जाएगा.
इस बैठक के जरिये लोजपा (रामविलास) ने NDA के बीच सीट वितरण को लेकर अपनी मांगों को मजबूत करने का प्रयास किया. सूत्रों का कहना है कि पार्टी चिराग पासवान के नेतृत्व में 40 से 50 सीटों की मांग कर रही है. जबकि भाजपा द्वारा लगभग 20 सीटें देने का प्रस्ताव रखा गया है. साथ ही एनडीए में चार शर्तें भी रखीं हैं. इसके चलते सीटों की संख्या को लेकर अभी भी मतभेद कायम है.
चिराग पासवान ने अपनी राजनीतिक विरासत और पिता रामविलास के सपनों को साकार करने के लिए पूरी पार्टी को एकजुट रखने का संकल्प दोहराया है. बिहार में उनकी स्थिति पार्टी की खास पहचान है. जो तमाम गठबंधन दलों के बीच निर्णायक भूमिका निभा सकती है. राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि लोजपा की सीट मांग और रणनीति बिहार के चुनाव परिणाम को प्रभावित करने वाली.
इस बैठक के बाद लोजपा का संदेश स्पष्ट है कि वे बिहार में 'बिहारी फर्स्ट' नीति के साथ चुनाव में उतरेगी. जो रोजगार, विकास और सामाजिक न्याय पर केंद्रित है. पार्टी की यह आपातकालीन बैठक बिहार की सियासत में फिर से हलचल पैदा करने वाली है. विशेषकर जब सीट वितरण को लेकर एनडीए में भी तनाव बढ़ रहा है.