बाहुबली नेता सूरजभान सिंह के राजद में शामिल होने की अटकलों पर राष्ट्रीय लोजपा (रामविलास) के मुख्य प्रवक्ता ललन चंद्रवंशी ने साफ इनकार किया है। उन्होंने कहा कि सूरजभान सिंह पशुपति कुमार पारस का साथ छोड़कर कहीं नहीं जा सकते। चंद्रवंशी ने बताया कि 12 अक्टूबर को राष्ट्रीय लोजपा और दलित सेना की संयुक्त बैठक पटना के कौटिल्य नगर स्थित पार्टी कार्यालय में बुलाई गई है। इस बैठक में जिलाध्यक्षों और कार्यकारिणी सदस्यों के साथ चुनाव से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा होगी और आगे की रणनीति तय की जाएगी।
ललन चंद्रवंशी ने कहा कि पार्टी पूरी मजबूती से चुनाव की तैयारी में जुटी है। हालांकि राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि सूरजभान सिंह अपनी पत्नी और भाई के साथ किसी दूसरी पार्टी की सदस्यता ले सकते हैं, लेकिन प्रवक्ता ने इन खबरों को पूरी तरह निराधार बताया है और कहा कि सूरजभान सिंह लोजपा (रामविलास) के मजबूत स्तंभ हैं।
सूरजभान का राजनीतिक सफर हमेशा सत्ता के केंद्र के आसपास रहा है। वे 2004 में लोजपा के टिकट पर बलिया लोकसभा सीट से सांसद बने। खुद के सजा पाने के बाद 2014 में पत्नी वीणा देवी को मुंगेर से सांसद बनवाया, जबकि 2019 में भाई चंदन सिंह नवादा से सांसद बने। यानी सूरजभान परिवार में तीन-तीन पूर्व सांसद हैं।
रामविलास पासवान के निधन के बाद पार्टी टूटने पर सूरजभान और चंदन ने चिराग पासवान का साथ नहीं दिया और पारस गुट के साथ चले गए