चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में अक्टूबर तक राज्य की GST वसूली में 9.24% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं, अक्टूबर महीने में IGST Settlement में उल्लेखनीय कमी देखने को मिली है।
विभाग द्वारा कुल राजस्व वसूली में 4.72% की वृद्धि हुई है। वाणिज्य कर विभाग GST के अलावा VAT, प्रोफेशनल टैक्स (JPT) और इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी (JED) के माध्यम से भी राजस्व जुटाता है।
सरकार ने इस वित्तीय वर्ष के लिए वाणिज्य कर विभाग से 26,500 करोड़ रुपये की कुल वसूली का लक्ष्य तय किया था। इसमें विभाग द्वारा वसूले जाने वाले सभी प्रकार के कर शामिल हैं। अक्टूबर 2025 तक विभाग ने 13,092.57 करोड़ रुपये वसूल किए हैं, जो निर्धारित लक्ष्य का 49.41% है।
पिछले वर्ष की तुलना करें तो अक्टूबर तक कुल वसूली 12,502.55 करोड़ रुपये थी, यानी इस बार कुल राजस्व वसूली में 4.72% की बढ़त हुई है। वहीं, चालू वित्तीय वर्ष में अक्टूबर तक GST वसूली 5,552.88 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 5,074.65 करोड़ रुपये था। इसका मतलब GST वसूली में 9.42% की वृद्धि हुई है।
IGST Settlement में कमी भी दर्ज की गई है। अक्टूबर 2025 में IGST के रूप में केवल 431.09 करोड़ रुपये मिले, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 537.95 करोड़ रुपये था। यह 106.86 करोड़ रुपये की गिरावट है, यानी 19.86% कम। IGST उस राज्य को मिलता है जहाँ माल की खपत होती है।
VAT से प्राप्त राजस्व में भी वृद्धि हुई है। अक्टूबर तक VAT के रूप में 3,657.25 करोड़ रुपये मिले, जबकि पिछले वर्ष यह 3,482.90 करोड़ रुपये था। इस प्रकार VAT में 5.01% का ग्रोथ रेट दर्ज किया गया।
इसके अलावा, प्रोफेशनल टैक्स और इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी से भी राजस्व में बढ़ोतरी हुई है। इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी में 3.64% और प्रोफेशनल टैक्स में 4.32% की वृद्धि दर्ज की गई।
अक्टूबर 2024 व 2025 तक वाणिज्य कर राजस्व (करोड़ में)
| मद | 2024 | 2025 | ग्रोथ रेट (%) |
|---|---|---|---|
| GST | 5074.65 | 5552.88 | 9.42 |
| IGST | 3113.20 | 3020.03 | -2.99 |
| VAT | 3482.90 | 3657.25 | 5.01 |
| JPT | 50.20 | 52.37 | 4.32 |
| JED | 781.60 | 810.04 | 3.64 |
इस तरह कुल राजस्व वसूली में संतुलित बढ़त देखी गई है, जबकि IGST में गिरावट चिंता का विषय बनी हुई है।