मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में झारखंड सरकार ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। राज्य कैबिनेट ने देशी मांगुर (Clarias magur) मछली को झारखंड की राजकीय मछली (State Fish) घोषित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
यह निर्णय भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो (NBFGR), लखनऊ के सुझाव पर लिया गया है। देश के कई राज्यों की तर्ज पर झारखंड ने भी इस स्वदेशी प्रजाति को आधिकारिक मान्यता प्रदान की है।
देशी मांगुर मछली राज्य की जलीय जैव विविधता और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह मछली न केवल झारखंड के मत्स्य उत्पादन का प्रमुख आधार है, बल्कि पोषण सुरक्षा, ग्रामीण रोजगार और आय के स्रोत के रूप में भी अपनी भूमिका निभाती है।
राज्य सरकार का मानना है कि इस पहल से झारखंड में मत्स्यपालन क्षेत्र को नई दिशा और पहचान मिलेगी। साथ ही, राज्य के तालाबों और जलाशयों में स्थानीय प्रजातियों के संरक्षण और संवर्धन को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस निर्णय को झारखंड को जैव विविधता में समृद्ध और मत्स्य उत्पादन में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में एक दूरदर्शी कदम माना जा रहा है।