झारखंड हाईकोर्ट के सिल्वर जुबली समारोह के अवसर पर सोमवार को अदालत परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस विशेष कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य न्यायाधीश समेत हाईकोर्ट के अन्य न्यायाधीशों द्वारा की गई।
इस अवसर पर हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों, अधिवक्ताओं, न्यायिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर रक्तदान में हिस्सा लिया। शिविर में एकत्र किया गया रक्त विशेष रूप से थैलेसीमिया से पीड़ित मरीजों को उपलब्ध कराया जाएगा।
रक्तदान शिविर के उद्घाटन के दौरान मुख्य न्यायाधीश ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि “रक्तदान एक ऐसा महादान है, जिससे किसी की जान बचाई जा सकती है। हर स्वस्थ व्यक्ति को नियमित रूप से रक्तदान करना चाहिए, क्योंकि जीवित रहते किया गया यह दान समाज के लिए सबसे बड़ा योगदान होता है।”
इस अवसर पर हाईकोर्ट के न्यायिक पदाधिकारी, अधिवक्ता और कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे और उत्साहपूर्वक रक्तदान किया। एडवोकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि सिल्वर जुबली के तहत आयोजित यह पहल न केवल सामाजिक जिम्मेदारी का उदाहरण है, बल्कि न्यायपालिका के मानवीय पक्ष को भी मजबूत करती है।