लातेहार पुलिस को नक्सल उन्मूलन अभियान में एक और बड़ी सफलता मिली है। झारखंड जनमुक्ति परिषद (JJMP) संगठन के सब-जोनल कमांडर ब्रजेश यादव उर्फ राकेश और एरिया कमांडर अवधेश लोहरा उर्फ रोहित ने बुधवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
दोनों नक्सलियों ने पलामू रेंज के आईजी शैलेंद्र कुमार सिन्हा, लातेहार एसपी कुमार गौरव, सीआरपीएफ 11वीं बटालियन के कमांडेंट यादराम बुनकर और एसएसबी 32वीं बटालियन के कमांडेंट राजेश कुमार के समक्ष सरेंडर किया। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने दोनों का स्वागत किया और इनामी नक्सली ब्रजेश यादव को 5 लाख रुपये का प्रतीकात्मक चेक सौंपा गया।
आईजी शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि अब लातेहार जिला पहले जैसा नहीं रहा। यहां काफी बदलाव आया है। वर्ष 2025 में अब तक 21 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जो नक्सली अब भी जंगलों में छिपे हैं, वे जल्द आत्मसमर्पण करें, अन्यथा पुलिस कार्रवाई में मारे जाएंगे।
एसपी कुमार गौरव ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे लगातार अभियानों और जनता के सहयोग से नक्सली संगठन कमजोर पड़ गए हैं। जेजेएमपी संगठन अब लगभग खत्म होने की स्थिति में है, जिसमें केवल कुछ ही सदस्य शेष बचे हैं। उन्होंने बाकी नक्सलियों से भी आत्मसमर्पण की अपील की।
जानकारी के अनुसार, ब्रजेश यादव मूल रूप से गुमला जिले के बिशनपुर थाना क्षेत्र के कठोकटवा गांव का निवासी है, जबकि अवधेश लोहरा का घर लातेहार के हेरहंज थाना क्षेत्र के बंदुवा गांव में है।
ब्रजेश यादव करीब 20 वर्षों से नक्सल गतिविधियों में सक्रिय था। वह पहले माओवादी संगठन का हिस्सा था और 2010 में गिरफ्तार होकर जेल गया था। 2018 में रिहाई के बाद उसने जेजेएमपी से जुड़कर सब-जोनल कमांडर का पद संभाला। उसके खिलाफ बिशनपुर और चैनपुर थाना क्षेत्र में 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं अवधेश लोहरा पर 5 मामले दर्ज हैं। दोनों कई हिंसक घटनाओं और पुलिस मुठभेड़ों में शामिल रहे हैं।