जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हुये राज्यपाल

जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हुये राज्यपाल

By : स्वराज पोस्ट | Edited By: Urvashi
Updated at : Nov 19, 2025, 5:22:00 PM

जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह में राज्यपाल एवं कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी समाज की वास्तविक उन्नति बेटियों की शिक्षा और सशक्तिकरण से ही संभव है। उन्होंने उपाधि प्राप्त सभी छात्राओं को हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि उनकी यह सफलता निरंतर परिश्रम, अनुशासन और दृढ़ संकल्प का परिणाम है।

उन्होंने विश्वविद्यालय की प्रगति यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि एक साधारण इंटरमीडिएट कॉलेज से पूर्ण विश्वविद्यालय तक का सफर महिला शिक्षा और सामाजिक बदलाव की प्रेरक मिसाल है। राज्यपाल ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि यहाँ की पूर्व छात्राएँ शिक्षा, विज्ञान, प्रशासन, उद्यमिता, खेल और कला जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल कर रही हैं।

अपने भाषण में राज्यपाल ने केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा और शिक्षा के लिए चलाए जा रहे अभियानों—विशेषकर "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ", कौशल विकास तथा महिला उद्यमिता कार्यक्रमों—का उल्लेख करते हुए कहा कि इनके सकारात्मक प्रभाव देशभर में स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की बेटियाँ विश्व मंच पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं और झारखंड की बेटियाँ भी इसी राह पर तेज़ी से आगे बढ़ रही हैं।

राज्यपाल ने छात्राओं से कहा कि दीक्षांत केवल डिग्री प्राप्त करने का दिन नहीं, बल्कि जीवन की नई शुरुआत का क्षण है। उन्होंने उन्हें सलाह दी कि जिस भी क्षेत्र में जाएँ—विज्ञान, न्याय, प्रशासन, उद्योग या सामाजिक सेवा—अपनी सफलता को नैतिकता, संवेदनशीलता और सामाजिक जिम्मेदारी से जोड़ें। उन्होंने कहा कि राज्य के दीक्षांत समारोहों में लड़कियों द्वारा अधिक संख्या में पदक प्राप्त करना झारखंड की मजबूत होती नारी शक्ति का संकेत है।

कुलाधिपति ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नियमित क्लास, समय पर परीक्षा और समयबद्ध परिणाम सुनिश्चित करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय महिला शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता का केंद्र बनेगा।

अंत में, उन्होंने सभी छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि झारखंड की प्रतिभाशाली बेटियाँ “विकसित भारत@2047” के संकल्प को पूरा करने में निर्णायक भूमिका निभाएँगी।