धनबाद के पुलिस मुख्यालय स्थित समाहरणालय सभागार में मंगलवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रभात कुमार की अध्यक्षता में अक्टूबर माह की अपराध समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिले की सुरक्षा व्यवस्था, अपराध नियंत्रण उपायों और विभिन्न जांच अभियानों की प्रगति पर विस्तार से चर्चा की गई।
एसएसपी प्रभात कुमार ने जानकारी दी कि अक्टूबर महीने में जिले में कुल 602 नए मामले दर्ज किए गए, जबकि 705 मामलों का निष्पादन किया गया है। इसके परिणामस्वरूप लंबित मामलों की संख्या 2492 से घटकर 2385 रह गई है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि दिसंबर माह के अंत तक लंबित प्रकरणों को घटाकर 2000 से नीचे लाने का लक्ष्य पूरा किया जाए।
बैठक के दौरान दिल्ली में हाल में हुए बम धमाके को लेकर भी विशेष चर्चा की गई। एसएसपी ने कहा कि घटना के मद्देनजर धनबाद जिले में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। सभी थाना क्षेत्रों में होटलों, लॉजों और धर्मशालाओं की औचक जांच की जा रही है। साथ ही, संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस गश्त बढ़ाई गई है।
उन्होंने मॉल, बाजारों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया। ट्रैफिक पुलिस को आदेश दिया गया कि सड़कों या सार्वजनिक स्थलों पर लावारिस खड़े वाहनों की जांच कर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करें।
एसएसपी ने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से अब किरायेदारों, घरेलू सहायकों, निजी चालकों और चौकीदारों का सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि बिना सत्यापन किसी को किराए पर रखने या नौकरी देने वाले मकान मालिक और व्यापारी पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
प्रभात कुमार ने नागरिकों से अपील की कि पुलिस आपकी सुरक्षा के लिए पूरी तरह तत्पर है, लेकिन इसमें जनता का सहयोग भी उतना ही आवश्यक है। उन्होंने कहा, “सत्यापन न केवल कानूनी जिम्मेदारी है, बल्कि अपनी और समाज की सुरक्षा के लिए भी जरूरी कदम है।”
बैठक में सिटी एसपी ऋत्विक श्रीवास्तव, डीएसपी, एसडीपीओ, थाना प्रभारी, ओपी प्रभारी तथा विभिन्न शाखाओं के अधिकारी उपस्थित रहे।