चतरा जिले के रक्सी गांव से लापता युवक सत्यम साहू का शव सात दिन बाद धमनिया स्थित एक पानी से भरे पत्थर खदान में मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हालत में बरामद हुआ, जिससे हत्या की आशंका और गहरी हो गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, रक्सी गांव निवासी सत्यम साहू 30 अक्टूबर की शाम ट्यूशन पढ़ने जाने की बात कहकर घर से निकले थे, लेकिन इसके बाद वे वापस नहीं लौटे। परिजनों ने 31 अक्टूबर को चतरा थाना में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी।
काफी तलाश के बावजूद जब युवक का कोई पता नहीं चला, तो गुरुवार को अचानक धमनिया स्थित पत्थर माइंस के गहरे गड्ढे में उसका शव तैरता मिला। शव मिलने की खबर फैलते ही गांव में मातम और गुस्से का माहौल बन गया। ग्रामीणों ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।
परिजनों का कहना है कि शिकायत दर्ज कराने के बाद भी पुलिस ने सत्यम की खोज में तत्परता नहीं दिखाई। मृतक के मामा श्रवण साव ने आरोप लगाया कि प्रेम-प्रसंग के चलते सत्यम की योजनाबद्ध तरीके से हत्या कर दी गई और सबूत मिटाने के लिए शव को पानी में फेंक दिया गया।
पुलिस की निष्क्रियता से नाराज ग्रामीणों और परिजनों ने चतरा–चौपारण मुख्य मार्ग को जाम कर दिया, जिससे आवागमन ठप हो गया। सूचना पाकर एसडीपीओ संदीप कुमार सुमन दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों को दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी व निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। उनके हस्तक्षेप के बाद सड़क जाम हटाया गया और स्थिति सामान्य हुई।
फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।