बिहार विधानसभा चुनाव की दोनों चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद अब नतीजों का इंतजार है। 14 नवंबर को मतगणना के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि बिहार में अगली सरकार किसकी होगी और कौन बिहार का मुख्यमंत्री बनेगा। हालांकि नतीजों से पहले ही दोनों गठबंधनों के नेता सरकार बनाने के दावे कर रहे हैं।
बिहार में मौजूदा सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने बुधवार को अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भूमिका पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि इस बार का चुनाव शांतिपूर्ण और पारदर्शी माहौल में संपन्न हुआ है, जो बिहार की लोकतांत्रिक परिपक्वता को दर्शाता है।
मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दोनों चरणों के मतदान समाप्त होने के बाद सबसे पहले महावीर मंदिर, गुरुद्वारा और मजार जाकर ईश्वर के प्रति आभार प्रकट किया तथा बिहार के उज्जवल भविष्य की कामना की।
विजय चौधरी ने कहा कि शुरुआती दौर में कुछ लोगों द्वारा चुनावी प्रक्रिया को दूषित करने की कोशिश की गई थी, लेकिन पारदर्शी कार्यशैली और प्रशासनिक सतर्कता के कारण चुनाव निर्विघ्न संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने नई मतदाता सूची को लेकर पारदर्शिता बरती और सभी को अवसर दिया कि अगर किसी का नाम छूट गया है तो बताया जाए। विपक्ष पर निशाना साधते हुए मंत्री ने कहा कि जब चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई थी तब विपक्ष ने तरह-तरह के आरोप लगाए, लेकिन अब वे भी समझ गए हैं कि यह प्रक्रिया निष्पक्ष रही।
उन्होंने कहा कि बिहार के मतदाता अब अधिक जागरूक हो चुके हैं और अपनी पसंद का उम्मीदवार चुनना जानते हैं। एक्जिट पोल को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर एनडीए आगे दिख रही है तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है। नीतीश कुमार के विकास कार्यों को जनता ने सराहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि नीतीश कुमार ही बिहार के मुख्यमंत्री रहेंगे और जेडीयू पहले की तरह जनता के विश्वास पर खरी उतरेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि जब हम पहली पार्टी थे तब भी स्वीकारा था जब तीसरी पार्टी बने तब भी स्वीकारा है। अब अगर बड़ी पार्टी एक्जिट पोल में पता चलता है तो कोई आश्चर्यचकित होने की बात नहीं है।