राहुल गांधी का वार: मोदी के हाथ में नीतीश का रिमोट, PM बटन दबाते हैं तो CM बोलने लगते हैं!

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार, 30 अक्टूबर को नालंदा जिले के नूरसराय में एक जनसभा को संबोधित किया।

By : स्वराज पोस्ट | Edited By: Karishma Singh
Updated at : Oct 30, 2025, 4:14:00 PM

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार, 30 अक्टूबर को नालंदा जिले के नूरसराय में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बिहार की शिक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवाओं और रोजगार की स्थिति पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला।

राहुल गांधी ने कहा कि बिहार का युवा बड़े सपने देखता है—कोई इंजीनियर बनना चाहता है, कोई डॉक्टर। लेकिन जब वह अपनी मेहनत और लगन से परीक्षा की तैयारी करता है, तो परीक्षा से ठीक एक दिन पहले पेपर लीक हो जाता है। उन्होंने कहा कि यह न केवल मेहनती छात्रों का अपमान है बल्कि बिहार की व्यवस्था की सच्चाई भी उजागर करता है।

राहुल ने सवाल उठाया, “नीतीश कुमार कहते हैं कि उन्होंने 20 साल में बिहार को बदल दिया, लेकिन क्या बिहार में आज भी अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएँ मिलती हैं? क्या बिहार के अस्पतालों में लोग इलाज के लिए जाते हैं या अपनी आखिरी सांस लेने के लिए?”

उन्होंने आगे कहा कि बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं बची है। “नीतीश कुमार सिर्फ नाम के मुख्यमंत्री हैं। असली सत्ता का रिमोट दिल्ली में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ही नीतीश से जो चाहें, करवाते हैं,” राहुल गांधी ने कहा।

राहुल ने युवाओं से अपील की कि वे अपने अधिकारों और भविष्य के लिए खड़े हों। उन्होंने कहा कि देश तभी आगे बढ़ेगा जब बिहार का युवा सशक्त होगा और उसे उसके सपनों का सम्मान मिलेगा।

सभा के अंत में राहुल ने कहा, “हमारा संघर्ष सत्ता के लिए नहीं, सच्चाई के लिए है — ताकि बिहार के बच्चे सपने देखें और उन सपनों को पूरा करने का मौका भी पाएँ।”

बिहार में 20 साल से नीतीश कुमार सरकार चला रहे हैं। वे खुद को अतिपिछड़ा कहते हैं, लेकिन उन्होंने 20 साल में यहां शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए कुछ नहीं किया।

राहुल गांधी ने कहा, मैं बिहार के युवाओं से सवाल पूछना चाहता हूं। मैं देश के किसी भी प्रदेश में जाता हूं तो वहां मुझे बिहार के लोग दिखाई देते हैं। दुबई जैसी जगह को आपने अपने खून पसीने से बनाया है। मेरा आपसे सवाल है कि जब आप दुबई और बेंगलुरु जैसा शहर बना सकते हो तो ये बिहार में क्यों नहीं कर पाते हो।

एक समय होता था जब नालंदा की यूनिवर्सिटी पूरी दुनिया में मशहूर थी। जापान, कोरिया, इंग्लैंड से लोग पढ़ाई करने आते थे। दुनिया की शिक्षा का सेंटर नालंदा था। आज बिहार की यूनिवर्सिटी के बार में दूसरे लोगों से पूछिए। कहते हैं यहां सिर्फ पेपर लीक होता है। जिनकी सेटिंग है उन्हें पेपर मिल जाता है। बिहार के बाकी युवा देखते रह जाते हैं।