बिहार में बढ़ेगी चुनावी गहमागहमी — छठ के बाद मोदी-राहुल-खरगे-प्रियंका का होगा मेगा प्रचार युद्ध

बिहार में छठ बाद चुनाव का पारा चढ़ेगा। दीपावली, भैया दूज, चित्रगुप्त और गोवर्द्धन पूजा तथा छठ पर्वों के कारण सियासी दल प्रचार अभियान तो चला रहे थे

By : स्वराज पोस्ट | Edited By: Karishma Singh
Updated at : Oct 27, 2025, 11:56:00 AM

बिहार में छठ बाद चुनाव का पारा चढ़ेगा। दीपावली, भैया दूज, चित्रगुप्त और गोवर्द्धन पूजा तथा छठ पर्वों के कारण सियासी दल प्रचार अभियान तो चला रहे थे लेकिन यह बहुत गति नहीं पकड़ पा रही थी। मंगलवार दोपहर बाद जब लोग पर्वों में व्यस्तता से मुक्त होंगे तब चुनावी शोर जोर पकड़ेगा। सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ने इसकी पुरजोर तैयारी की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 30 अक्तूबर से 7 नवम्बर तक के कार्यक्रम तय हो चुके हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे की सभाएं लगाई जा रही हैं। वाम के भी बड़े नेताओं की ताबड़तोड़ सभाएं होंगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की रोजाना की सभाएं 29 अक्टूबर से बढ़ जाएंगी। अभी दोनों नेता प्रतिदिन तीन से चार सभा कर रहे हैं। जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर की सभाएं भी 28 अक्तूबर से लगातार होंगी।

कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी पक्ष में प्रचार अभियान में कूदेंगे। पहले चरण का मतदान छह नवंबर को है। इसके लिए प्रचार 4 नवंबर की शाम थम जाएगा। दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होना है। इसके लिए प्रचार 9 नवंबर को बंद हो जाएगा। इस तरह देखें तो छठ के पारण के दिन से दूसरे चरण का प्रचार समाप्त होने तक महज 13 दिन बचते हैं। इसी दौरान राज्य के दोनों चरणों के विधानसभा क्षेत्रों की जनता तक पहुंचने की तैयारी एनडीए और इंडिया दोनों गठबंधनों ने की है।