पटना से एक बड़ी राजनीतिक खबर सामने आ रही है। महागठबंधन पहले से ही सीट शेयरिंग को लेकर विवादों में घिरा था, और अब कांग्रेस पार्टी में आंतरिक कलह खुलकर सामने आ गई है। टिकट वितरण को लेकर पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में खगड़िया से विधायक छत्रपति यादव, बरबीघा से गजानंद शाही, यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नागेंद्र पासवान और बांका की जिलाध्यक्ष कंचना कुमारी सिंह समेत कई नेताओं ने खुलकर अपनी नाराजगी जताई।
कांग्रेस नेता बंटी चौधरी ने महागठबंधन पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि यह गठबंधन अब टूटने की कगार पर है। उन्होंने कहा कि प्रभारी कृष्णा अल्लावरू और प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने टिकट वितरण में पारदर्शिता नहीं रखी, और योग्य उम्मीदवारों को दरकिनार कर दिया गया।
नाराज नेताओं का आरोप है कि टिकट "बेचे" गए हैं। उन्होंने कहा कि जब जनता ने ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ का नारा दिया था, तो अब पार्टी में हम ‘टिकट चोर, पद छोड़’ का नारा देंगे।
वहीं, पार्टी नेता आनंद माधव ने इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है।
अब देखना होगा कि आलाकमान इस बगावत को कैसे संभालता है और महागठबंधन को टूटने से बचाने के लिए क्या कदम उठाता है।