बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। आज, गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा राज्य के विभिन्न जिलों में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करेंगे। दोनों नेता एनडीए उम्मीदवारों के समर्थन में जनता से वोट की अपील करेंगे। वहीं, एनडीए के अन्य वरिष्ठ नेता भी अलग-अलग क्षेत्रों में जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। पार्टी का कहना है कि बिहार के विकास और सुशासन के मुद्दे पर ही चुनाव लड़ा जा रहा है। जनसभाओं में भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद की जा रही है।
नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बिहार के जंगलराज की याद दिलाई। लिखा- साल 2005 से पहले बिहार हर क्षेत्र में पिछड़ गया था। विकास के कार्य पूरी तरह से ठप पड़ गए थे। आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए कोई काम नहीं होता था। नये भवनों का निर्माण तो दूर की बात थी, पहले से बने भवनों का रखरखाव और जीर्णोद्धार तक नहीं हो पाता था। देश के अन्य राज्यों के लोग बिहार को हेय दृष्टि से देखते थे।
टूटी-फूटी सड़कें बिहार के पिछड़ापन की पहचान बन गई थीं। उस वक्त बिहारी कहलाना अपमान का विषय हो गया था।