18वीं विधानसभा का पहला शीतकालीन सत्र औपचारिक रूप से शुरू हो गया है, जो 5 दिसंबर तक चलेगा। सत्र के पहले दिन सदन में नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जा रही है। राज्यपाल द्वारा चुने गए प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव इस शपथ ग्रहण प्रक्रिया को संपन्न कर रहे हैं।
इसके बाद 2 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव आयोजित किया जाएगा।
3 दिसंबर को राज्यपाल दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे, और 4 दिसंबर को उनके अभिभाषण पर आए धन्यवाद प्रस्ताव पर सरकार जवाब देगी।
सत्र का अंतिम दिन 5 दिसंबर को द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी पर चर्चा के लिए निर्धारित है।
चुनावों के बाद पहली बार विधायक नई ऊर्जाओं के साथ विधानसभा भवन पहुँच रहे हैं। उनके स्वागत के लिए परिसर को पूरी तरह से सजाया गया है। भवन की बाहरी और भीतरी सजावट में विशेष रूप से फूलों का उपयोग किया गया है। लॉन को नया रूप देने के लिए मैक्सिकन घास लगाई गई है। इसके लिए पुरानी मिट्टी हटाकर गंगा किनारे से लाई गई ताज़ी मिट्टी को बिछाया गया है, जिससे परिसर की सुंदरता और भी बढ़ गई है।
सदन के अंदर भी इस बार कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। 18वीं विधानसभा पूरी तरह पेपरलेस हो गई है। अब सभी प्रश्न, उत्तर और दस्तावेज़ डिजिटल फॉर्मेट में उपलब्ध रहेंगे। प्रत्येक विधायक की सीट पर सैमसंग के टैबलेट लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से वे कार्यवाही से जुड़ी सभी जानकारी ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे।
इसके अलावा, ई-विधान प्रोजेक्ट के तहत सदन में नए सेंसरयुक्त माइक्रोफोन लगाए गए हैं, जो विधायक के बैठने के अनुसार स्वतः चालू या बंद हो जाते हैं। इसके संचालन के लिए एक विशेष कंट्रोलर सिस्टम भी बनाया गया है, जो स्पीकर के निर्देश पर काम करेगा।
इस तरह 18वीं विधानसभा का पहला सत्र आधुनिकता और पारदर्शिता की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है।