धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर खूंटी जिले के उनके पैतृक गांव उलिहातु में बुधवार को एक भव्य और गरिमामय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम संयुक्त रूप से कार्यक्रम स्थल पहुंचे, जिससे आयोजन की गरिमा और भी बढ़ गई।
तीनों नेताओं ने बिरसा मुंडा की जन्मभूमि पर पारंपरिक जनजातीय रीति-रिवाजों के अनुसार पूजा-अर्चना की और उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। आसपास के गांवों से आए बड़ी संख्या में लोग भी उपस्थित रहे और अपने नायक के सम्मान में पारंपरिक नृत्य एवं गीतों के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त किया।
श्रद्धांजलि समारोह के पश्चात राज्यपाल, मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने धरती आबा के वंशजों से भेंट की। वंशजों को शॉल ओढ़ाकर और स्मृति-चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस दौरान नेताओं ने बिरसा मुंडा के संघर्ष, उनके विचारों और आदिवासी समाज के लिए उनके योगदान को राज्य की पहचान के रूप में प्रस्तुत किया।
उलिहातु में आयोजित यह कार्यक्रम राज्यभर में चल रहे बिरसा जयंती और रजत पर्व के आयोजनों का सबसे भावनात्मक और महत्वपूर्ण क्षण माना गया।