रांची के रातु रोड स्थित सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के मधुकम इलाके में मंगलवार को एक हृदयविदारक घटना सामने आई। थाने के ठीक सामने स्थित एक इमारत में राजमिस्त्री मुकेंदर उरांव (45) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है।
मुकेंदर उरांव की पत्नी शांति उरांव के मुताबिक, यह आत्महत्या झारखंड हाईकोर्ट में चल रहे संपत्ति विवाद से जुड़ी बताई जा रही है। उनके अनुसार, मकान पर अवैध कब्जे से संबंधित एक मामला अदालत में विचाराधीन था। हाल ही में हाईकोर्ट ने कब्जा हटाने का आदेश दिया था, और मंगलवार को उसी मामले की सुनवाई भी हुई थी।
सुनवाई के बाद लौटे और कर ली आत्महत्या
पत्नी ने बताया कि मुकेंदर सुनवाई से घर लौटने के बाद काफी मौन और तनावग्रस्त था। कुछ देर बाद जब वह घर पर अकेला था—पत्नी काम पर और बच्चे स्कूल में थे—तो उसने सीलिंग फैन से फांसी लगाकर जीवन समाप्त कर लिया।
घटना दोपहर में हुई, लेकिन शाम को खुलासा तब हुआ, जब दरवाजा काफी देर तक बंद रहने पर पड़ोसियों को शक हुआ। लोगों ने छत के रास्ते घर में प्रवेश किया, तो देखा कि मुकेंदर का शव फंदे से झूल रहा था।
सूचना मिलते ही सुखदेवनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
स्थानीय लोगों ने बताया कि मुकेंदर पिछले कई दिनों से गहरी चिंता और तनाव में था।
पुलिस ने इस मामले में यूडी केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने कहा कि आत्महत्या के सही कारणों का खुलासा जांच रिपोर्ट आने के बाद ही किया जाएगा।