राजधानी रांची में लगे स्मार्ट मीटरों ने सोमवार को ऑटोमेटिक एक्शन लेना शुरू कर दिया। नतीजतन, शहर के 3695 उपभोक्ताओं की बिजली स्वतः कट गई। अचानक बिजली गुल होने से लोगों के बीच अफरातफरी मच गई, खासकर व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में हाय-तौबा का माहौल रहा।
इसी क्रम में तुपुदाना स्थित एक राष्ट्रीयकृत बैंक की भी बिजली सप्लाई बंद हो गई। बैंक का हजारों रुपये का बिजली बिल बकाया था। बताया गया कि बैंक ने भुगतान के लिए डिमांड ड्राफ्ट जमा किया था, लेकिन उसके क्लियर न होने के कारण स्मार्ट मीटर ने बिजली सप्लाई रोक दी। कुछ समय तक बैकअप बैटरी से काम चला, लेकिन बाद में बैंक का कार्य प्रभावित हो गया।
बिजली विभाग के अनुसार, अधिकांश उपभोक्ताओं ने भुगतान कर अपने कनेक्शन बहाल करवा लिए हैं। हालांकि, बैंक की बिजली अब तक चालू नहीं हो सकी है और बहाली की प्रक्रिया जारी है।
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) ने बताया कि जिन उपभोक्ताओं ने अपना बकाया बिल ऑनलाइन या ऑफलाइन जमा किया है, उनकी बिजली अपने आप फिर से कनेक्ट हो रही है। खासतौर पर ऑनलाइन पेमेंट के बाद 5-6 मिनट के भीतर ही लाइन बहाल हो जाती है।
कंपनी ने ‘जैक्सन-पे’ ऐप में नए फीचर भी जोड़े हैं, जिनसे उपभोक्ता स्मार्ट मीटर नंबर या बिजली खाता नंबर डालकर अपने मीटर को रिचार्ज कर सकते हैं। अगर किसी उपभोक्ता का कनेक्शन कट गया है और वह भुगतान करता है, तो लाइन तुरंत चालू हो जाएगी और भुगतान का अपडेट ऐप में दिखेगा।
बिजली बिल जमा करने के तरीके:
शाम 5 बजे तक एटीपी मशीन में नकद भुगतान किया जा सकता है।
JBVNL की वेबसाइट पर 24 घंटे कभी भी ऑनलाइन बिल भुगतान की सुविधा उपलब्ध है।
गूगल पे और अन्य पेमेंट ऐप्स के जरिए भी बिजली बिल जमा किया जा सकता है।
स्मार्ट मीटर से बिजली कटने के बाद डोरंडा, कोकर, सेंट्रल डिवीजन और रांची पश्चिम विद्युत प्रमंडल के दफ्तरों में उपभोक्ताओं की भीड़ लग गई। लोग अपने घरों और दुकानों की बिजली जल्द से जल्द बहाल कराने के लिए लाइन में खड़े दिखे।
रांची विद्युत क्षेत्र बोर्ड के महाप्रबंधक मनमोहन कुमार ने कहा कि फिलहाल हर दिन बकाएदारों के कनेक्शन अपने आप डिस्कनेक्ट हो रहे हैं। उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की कि वे समय पर अपना बिल जमा करें और स्मार्ट मीटर वॉलेट में बैलेंस पॉजिटिव रखें, ताकि बिजली कटने की परेशानी से बचा जा सके।