जिलों में ई-केवाईसी न होने वाले किसानों की संख्या
किसान ऋण माफी योजना के तहत विभिन्न जिलों में ई-केवाईसी प्रक्रिया अभी पूरी तरह से नहीं हो पाई है। बोकारो में 7,682 किसानों का ई-केवाईसी अधूरा है, जबकि धनबाद में सबसे अधिक 34,654 किसानों का ई-केवाईसी नहीं हुआ। पूर्वी सिंहभूम में 9,988, गढ़वा में 14,818 और गिरिडीह में 10,290 किसानों का ई-केवाईसी बाकी है। गोड्डा में 13,328 और गुमला में 18,085 किसानों का ई-केवाईसी पूरा नहीं हुआ है। जामताड़ा में 21,322, खूंटी में 20,123, कोडरमा में 1,661 और लातेहार में 2,804 किसानों का ई-केवाईसी अधूरा है। इसके अलावा, लोहरदगा में 5,923, पाकुड़ में 7,249, रामगढ़ में 36,605, साहेबगंज में 27,626 और सिमडेगा में 24,422 किसानों का ई-केवाईसी अभी तक नहीं हुआ है।
ऋण माफी योजना के तहत जिलों को वितरित राशि भी अलग-अलग है। बोकारो को 64.5 करोड़, चतरा को 86.49 करोड़ और देवघर को 137.26 करोड़ रुपये मिले हैं। धनबाद को 39.14 करोड़, दुमका को 92.36 करोड़ और पूर्वी सिंहभूम को 106.27 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं। गढ़वा को 127.34 करोड़, गिरिडीह को 95.87 करोड़ और गोड्डा को 74.78 करोड़ रुपये मिले हैं। गुमला को 50.68 करोड़, हजारीबाग को 110.11 करोड़ और जामताड़ा को 79.52 करोड़ रुपये दिए गए हैं। खूंटी को 27.79 करोड़, कोडरमा को 40.92 करोड़, लातेहार को 63.64 करोड़ और लोहरदगा को 41.07 करोड़ रुपये मिले हैं।
इसके अलावा, पाकुड़ को 30.96 करोड़, पलामू को 151.51 करोड़, रामगढ़ को 32.25 करोड़ और रांची को 109.68 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं। साहेबगंज को 60.03 करोड़, सरायकेला को 86.02 करोड़, सिमडेगा को 26.68 करोड़ और पश्चिमी सिंहभूम को 96.43 करोड़ रुपये दिए गए हैं। यह आंकड़े यह स्पष्ट करते हैं कि योजना का वितरण और ई-केवाईसी प्रक्रिया दोनों में कुछ जिलों में और प्रयास की आवश्यकता है।