झारखंड में सहारा समूह से जुड़े लगभग 400 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े के मामले में CID ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। जांच एजेंसी ने सहारा समूह के संस्थापक स्वर्गीय सुब्रत राय की पत्नी स्वप्ना राय, बेटे सीमांतो राय और सुशांतो राय समेत कई लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है।
सीआईडी की रिपोर्ट के अनुसार, सीमांतो और सुशांतो राय वर्तमान में यूरोपीय देश मैसिडोनिया में रह रहे हैं और वहीं की नागरिकता ग्रहण कर चुके हैं। दोनों को फरार घोषित कर दिया गया है। अब एजेंसी ने उनके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी है और सीबीआई के जरिए इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि भारत और मैसिडोनिया के बीच फिलहाल प्रत्यर्पण समझौता नहीं है, फिर भी दोनों को भारत वापस लाने की प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ाई जा रही है। विदेश में रह रहे आरोपियों के खिलाफ विस्तृत डोज़ियर तैयार कर सीबीआई को भेजा जाएगा ताकि इंटरपोल की कार्रवाई में तेजी लाई जा सके।
इससे पहले CID की टीम ने लखनऊ में आरोपियों ओपी श्रीवास्तव और देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव को पकड़ने के लिए छापेमारी की थी, लेकिन दोनों फरार हो गए।
यह मामला 30 नवंबर 2024 को सीआईडी थाना में दर्ज हुआ था, जिसमें दिवंगत सुब्रत राय, उनकी पत्नी स्वप्ना राय, दोनों बेटे सीमांतो और सुशांतो राय, भाई जयब्रत राय और अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है।