खासमहल जमीन घोटाला मामले में एसीबी की बड़ी कार्रवाई, हजारीबाग से विजय प्रताप सिंह गिरफ्तार

खासमहल जमीन घोटाला मामले में एसीबी की बड़ी कार्रवाई, हजारीबाग से विजय प्रताप सिंह गिरफ्तार

खासमहल जमीन घोटाला मामले में एसीबी की बड़ी कार्रवाई, हजारीबाग से विजय प्रताप सिंह गिरफ्तार
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By : स्वराज पोस्ट | Edited By: Urvashi
: Oct 06, 2025, 12:31:00 PM

हजारीबाग के चर्चित खासमहल जमीन घोटाले में भ्रष्टाचार निवारण ब्यूरो (एसीबी) ने एक और अहम गिरफ्तारी की है। एसीबी की टीम ने सोमवार को विजय प्रताप सिंह को हजारीबाग से हिरासत में ले लिया। यह इस प्रकरण में तीसरी गिरफ्तारी है।

इससे पहले एसीबी ने निलंबित आईएएस अधिकारी विनय चौबे और उस समय के खासमहल पदाधिकारी विनोद चंद्र झा को गिरफ्तार किया था। बता दें कि विनय चौबे पहले से ही शराब घोटाले के मामले में जेल में बंद हैं। तीनों पर सरकारी जमीन की अवैध तरीके से बंदरबांट और मिलीभगत का आरोप है।

एसीबी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट ने इस घोटाले की परतें खोल दी थीं। जांच में सामने आया कि हजारीबाग की करीब 2.75 एकड़ खासमहल की जमीन, जिसे 1948 में एक ट्रस्ट को 30 वर्षों की लीज पर दिया गया था, बाद में सरकारी संपत्ति बताकर निजी हाथों में सौंप दी गई।

रिपोर्ट के अनुसार, इस लीज को 1978 में बढ़ाकर 2008 तक के लिए नवीनीकृत किया गया था। लेकिन 2008 से 2010 के बीच, एक योजनाबद्ध तरीके से इस जमीन को सरकारी दिखाते हुए 23 निजी व्यक्तियों को आवंटित कर दिया गया।

जांच में यह भी उजागर हुआ कि रिन्यूअल प्रक्रिया के दौरान तत्कालीन पदाधिकारी विनोद चंद्र झा ने कागजों से जानबूझकर ‘ट्रस्ट सेवायत’ शब्द हटा दिया। इस हेरफेर का मकसद जमीन को सरकारी दिखाना और बाद में उसे अवैध रूप से दूसरों को ट्रांसफर करना था।

कानून के मुताबिक ट्रस्ट की जमीन किसी अन्य व्यक्ति को बेची या सौंपी नहीं जा सकती, लेकिन इस मामले में नियमों की पूरी तरह अनदेखी की गई। आज उसी विवादित जमीन पर बहुमंजिला व्यावसायिक इमारतें खड़ी हैं, जो इस अवैध सौदेबाजी की गवाही देती हैं।

फिलहाल एसीबी इस पूरे घोटाले की गहन जांच में जुटी है। सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में और भी बड़े नाम इस मामले में सामने आ सकते हैं।