झारखंड में बनेंगे 159 नये आंगनबाड़ी केंद्र, बच्चों और महिलाओं के पोषण-शिक्षा को मिलेगा बल

झारखंड में बनेंगे 159 नये आंगनबाड़ी केंद्र, बच्चों और महिलाओं के पोषण-शिक्षा को मिलेगा बल

झारखंड में बनेंगे 159 नये आंगनबाड़ी केंद्र, बच्चों और महिलाओं के पोषण-शिक्षा को मिलेगा बल
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By : स्वराज पोस्ट | Edited By: Urvashi
: Oct 04, 2025, 2:10:00 PM

झारखंड में बच्चों और महिलाओं के पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में राज्य के 17 जिलों में 159 नए आंगनबाड़ी केंद्र खोले जाएंगे। इसके लिए केंद्रीय महिला, बाल विकास और सामाजिक सुरक्षा मंत्रालय ने संचालन और भवन निर्माण की मंजूरी दे दी है।

इन नए केंद्रों का वितरण राज्य के पांचों प्रमंडलों में किया जाएगा। इनमें सबसे अधिक 45 केंद्र गोड्डा और 43 केंद्र पाकुड़ जिले में स्थापित होंगे, जबकि बाकी केंद्र अन्य जिलों में बनाए जाएंगे। वर्तमान में झारखंड में कुल 38,798 आंगनबाड़ी केंद्र कार्यरत हैं, जो छह साल तक के बच्चों, महिलाओं और किशोरियों को पोषण, स्वास्थ्य और प्रारंभिक शिक्षा की सेवाएं प्रदान करते हैं।

नए आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण पर लगभग 19 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसका पूरा भार केंद्र सरकार उठाएगी। इसके अलावा, केंद्रों के संचालन और रखरखाव पर सालाना 17 करोड़ रुपये का खर्च आएगा, जिसमें 60 प्रतिशत राशि केंद्र और 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार वहन करेगी।

159 स्वीकृत केंद्रों में से 109 केंद्र प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाभियान (पीएम जनमन योजना) के तहत बनाए जाएंगे। ये विशेष रूप से कमजोर जनजातीय आबादी वाले जिलों में स्थापित होंगे। इसमें पाकुड़ में 43, गोड्डा में 36, साहेबगंज में 13, गुमला में 5, पलामू में 4, पूर्वी सिंहभूम में 4, पश्चिम सिंहभूम में 2 और देवघर में 2 केंद्र शामिल हैं।

शेष 50 केंद्र धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत उन जिलों में बनाए जाएंगे, जहां आदिवासी बहुल आबादी रहती है। इसमें पूर्वी सिंहभूम के 4, पश्चिम सिंहभूम के 3, गुमला के 3, लातेहार के 4, रांची के 3, गढ़वा के 2, गिरीडीह के 7, गोड्डा के 9, देवघर के 4, दुमका के 5, साहेबगंज के 2, तथा बोकारो, हजारीबाग, लोहरदगा और खूंटी में एक-एक आंगनबाड़ी केंद्र शामिल हैं।

इस पहल से झारखंड में बच्चों और महिलाओं को बेहतर पोषण, स्वास्थ्य सुविधाएं और प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी।