नोवामुंडी में डायरिया से पांच की मौत, कई गंभीर; प्रशासन ने संभाली कमान

नोवामुंडी में डायरिया से पांच की मौत, कई गंभीर; प्रशासन ने संभाली कमान

नोवामुंडी में डायरिया से पांच की मौत, कई गंभीर; प्रशासन ने संभाली कमान
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By : स्वराज पोस्ट | Edited By: Urvashi
: Oct 13, 2025, 10:02:00 AM

पश्चिमी सिंहभूम जिले के नोवामुंडी प्रखंड के कई गांव इन दिनों डायरिया की चपेट में हैं। कादोजामदा पंचायत के कादोजामदा और पादापहाड़ गांवों के साथ मोहदी पंचायत के मोहदी और मुंडासाई गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। अब तक इस बीमारी से पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों लोग बीमार हैं। कई मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

शुरू में नहीं दिखी गंभीरता

शुरुआती दिनों में स्वास्थ्य विभाग को स्थिति की गंभीरता का अंदाजा नहीं था। अधिकतर ग्रामीण घरेलू उपचार पर निर्भर रहे। जैसे-जैसे संक्रमण बढ़ता गया और मौतें होने लगीं, पंचायत समिति सदस्य मंजू पूर्ति ने मामले की जानकारी स्थानीय विधायक सोनाराम सिंकु को दी। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया।

प्रशासन की त्वरित कार्रवाई

विधायक सोनाराम सिंकु ने जिला सिविल सर्जन डॉ. सुशांतो कुमार माझी को तत्काल प्रभाव से प्रभावित इलाकों में चिकित्सा दल भेजने और स्वास्थ्य शिविर लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने साफ कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निर्देश मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम नोवामुंडी और आसपास के गांवों में सक्रिय हो गई। टाटा स्टील के नोवामुंडी अस्पताल से भी सहयोग लिया गया, जहां अब तक करीब 8 से 10 मरीजों को भर्ती किया गया है। इनमें चार से पांच मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें आईसीयू में रखा गया है।

दूषित जल बना बीमारी का कारण

ग्रामीणों के अनुसार, बारिश के बाद से गांवों में पीने के पानी की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई थी। जलस्रोतों में गंदगी बढ़ने से संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ी। स्वास्थ्य विभाग ने पानी के नमूने जांच के लिए भेजे हैं और गांवों में स्वच्छता की स्थिति का आकलन किया जा रहा है। लोगों को उबला हुआ पानी पीने, स्वच्छता बनाए रखने और खाने-पीने में सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।

स्थिति पर कड़ी नजर

प्रशासन ने दावा किया है कि हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। सभी प्रभावित गांवों में दवाएं और चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। स्वास्थ्य शिविरों के जरिए मरीजों की नियमित जांच की जा रही है ताकि संक्रमण को आगे फैलने से रोका जा सके। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे किसी भी प्रकार के लक्षण दिखने पर तुरंत स्वास्थ्य कर्मियों से संपर्क करें।