बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का प्रचार अब थम चुका है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज़ होता जा रहा है। महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
तेजस्वी यादव ने फेसबुक लाइव के माध्यम से कहा कि पहले चरण के मतदान के बाद एनडीए खेमे में गम और घबराहट का माहौल है। उन्होंने आरोप लगाया कि हार के डर से गृह मंत्री अमित शाह अधिकारियों पर दबाव बना रहे हैं और उन्हें धमकी दे रहे हैं। तेजस्वी के मुताबिक, शाह जहां भी ठहरते हैं, वहां के होटल के CCTV कैमरे बंद करवाए जा रहे हैं और अधिकारियों को गुपचुप तरीके से बुलाकर निर्देश दिए जा रहे हैं।
तेजस्वी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री आवास से बिना मुख्यमंत्री की जानकारी के महागठबंधन के कार्यकर्ताओं को डराने-धमकाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि एनडीए, महागठबंधन के मजबूत बूथों को डिस्टर्ब करने और मतदान प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास कर रहा है।
तेजस्वी यादव ने कहा, “बिहार की जनता सब देख रही है। बदलाव अब निश्चित है। जो लोग लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखते, उन्हें जनता सबक सिखाएगी।” उन्होंने यह भी कहा कि दो गुजराती नेता बिहार पर कब्जा करना चाहते हैं और राज्य को अपना उपनिवेश बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बिहार की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार की जनता वोट चोरी और प्रशासनिक दबाव की राजनीति को नकार देगी। उन्होंने जनता से अपील की कि वे मतदान के दिन लोकतंत्र को मजबूत करें और अपने मताधिकार का प्रयोग कर एक नई दिशा दें।
तेजस्वी के इन बयानों के बाद बिहार का चुनावी माहौल और गर्मा गया है। अब देखना यह होगा कि एनडीए इस आरोप पर क्या जवाब देता है और जनता किस पर भरोसा जताती है।