किशनगंज के ठाकुरगंज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज एक बड़ी चुनावी सभा को संबोधित किया। मंच से उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। नीतीश कुमार ने कहा कि लालू-राबड़ी सरकार के समय बिहार में कोई काम नहीं हुआ था। उस दौर में सड़कें टूटी हुई थीं, बिजली नहीं थी और कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब थी। लोग शाम के बाद घरों से बाहर निकलने से डरते थे। उन्होंने कहा, “पहले की सरकार फालतू सरकार थी। तब हिंदू-मुस्लिम झगड़े होते थे, न पढ़ाई की व्यवस्था थी, न इलाज की। हमने सत्ता संभालने के बाद हर वर्ग के हित में काम किया।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने बिहार में बेहतर सड़कों का जाल बिछाया है, गांव-गांव तक बिजली पहुंचाई है और कानून-व्यवस्था में आमूलचूल सुधार किया है। उन्होंने दावा किया कि आज बिहार में बच्चे, लड़के-लड़कियां सुरक्षित महसूस करते हैं और स्वतंत्र रूप से बाहर घूम सकते हैं।
रोजगार के मुद्दे पर बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि 2020 में उन्होंने 10 लाख सरकारी नौकरियां और 10 लाख रोजगार सृजन का वादा किया था, जो पूरा हो गया है। उन्होंने दावा किया कि अब तक 10 लाख युवाओं को नौकरी मिली है और 40 से 50 लाख युवाओं को विभिन्न योजनाओं से रोजगार प्राप्त हुआ है। उन्होंने आगे कहा, “अब हमने तय किया है कि अगले पांच सालों में 1 करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार का अवसर दिया जाएगा।”
महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर नीतीश कुमार ने अपनी सरकार के कदमों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि 2006 में पंचायती राज में महिलाओं को 50% आरक्षण, 2013 में पुलिस में 35% आरक्षण और 2016 में सभी सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण दिया गया। उन्होंने कहा, “आज बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या पूरे देश में सबसे अधिक है।”
नीतीश कुमार ने बताया कि 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर ‘जीविका’ समूह की शुरुआत की गई थी, जिसकी संख्या आज 1 करोड़ 40 लाख तक पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि यह महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की सबसे बड़ी मिसाल है। मुख्यमंत्री ने सभा के अंत में कहा कि बिहार अब विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है और आने वाले समय में राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जाएगा।