विधानसभा भंग करने की तैयारी में जुटे नीतीश कुमार, इस दिन देंगे इस्तीफा

विधानसभा भंग करने की तैयारी में जुटे नीतीश कुमार, इस दिन देंगे इस्तीफा

विधानसभा भंग करने की तैयारी में जुटे नीतीश कुमार, इस दिन देंगे इस्तीफा
swaraj post

By : स्वराज पोस्ट | Edited By: Urvashi
: Nov 17, 2025, 1:41:00 PM

बिहार की राजनीतिक सरगर्मियाँ चरम पर हैं। नए सत्ता समीकरणों की चर्चा के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को राजभवन पहुँचे, जहाँ उन्होंने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से लगभग आधे घंटे तक मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उन्होंने बताया कि कैबिनेट ने 17वीं विधानसभा को 19 नवंबर को भंग करने की सिफारिश कर दी है। इसी दिन वे अपना इस्तीफा सौंपकर नई सरकार बनाने का दावा भी प्रस्तुत करेंगे।

कैबिनेट की अंतिम बैठक में पास हुए तीन अहम प्रस्ताव

राजभवन जाने से पहले नीतीश कुमार ने पुराना सचिवालय में अपनी अंतिम कैबिनेट बैठक की, जिसमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय चौधरी समेत कई वरिष्ठ मंत्री मौजूद रहे। बैठक में तीन महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।

पहला प्रस्ताव — 19 नवंबर से विधानसभा को भंग करने की अनुशंसा।
दूसरा प्रस्ताव — वर्तमान सरकार के कार्यकाल में राज्य के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा दिए गए सहयोग और प्रशासनिक कार्यों के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी को धन्यवाद और प्रशंसा।
तीसरा प्रस्ताव — हाल ही में हुए चुनावों में एनडीए की शानदार जीत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई तथा उनके नेतृत्व में गठबंधन को मिली ऐतिहासिक सफलता के प्रति आभार।

नीतीश ने पार्टी नेताओं से बैठक के संकेत दिए

राज्यपाल से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री अपने पटना निवास लौट आए। सूत्रों का कहना है कि नीतीश जल्द ही अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक अहम बैठक करेंगे। यह भी चर्चा है कि 20 नवंबर को गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है, जहाँ नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।

भाजपा कल चुनेगी विधायक दल का नेता

उधर बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि 21 नवंबर तक नई सरकार के गठन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने बताया कि 18 नवंबर को सुबह 10 बजे भाजपा विधायक दल की बैठक अटल सभागार में होगी, जिसमें नए नेता का चयन किया जाएगा। इसके बाद एनडीए की संयुक्त बैठक और फिर सरकार गठन की औपचारिकताएँ पूरी होंगी।

बिहार में नई सरकार को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ अब निर्णायक मोड़ पर हैं।